राष्ट्रधर्म से बढ़कर कोई धर्म नहीं
हरिद्वार । आज दिनाङ्क 11/08/2025 को श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में दीक्षारम्भ एवं संस्कृत सप्ताहकार्यक्रम प्रति दिन की भाँति सञ्चाल्यमान रहा। छात्र-छात्राओं को संस्कृत पढने हेतु केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा विविध प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में छात्रों को संस्कृत भाषा के प्रति रुचि उत्पन्न हो, इसलिए भी अनेक कार्यक्रम समय—समय पर किया जाता है। व्याकरण विभाग के अतिथि सहायकाचार्य श्री एम.नरेश भट्ट ने छात्रों को संस्कृत संवाद हेतु दिशा-निर्देश दिये। महाविद्यालय में उपस्थित छात्र छात्राओं को एक—एक करके उन्हें संस्कृत में परिचय के साथ—साथ श्लोकोच्चारण एवं सम्भाषण कराया गया। दोनों सत्रों का सञ्चालन वेदान्त विभाग के अतिथि सहायकाचार्य श्री आदित्य प्रकाश सुतार ने किया।
इस अवसर पर भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का भी आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के छात्रों को राष्ट्रधर्म का पाठ पढ़ाया गया। और साथ ही तिरंगा यात्रा निकाल कर सभी को राष्ट्र के प्रति जागरुक किया गया। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के विषय में डॉ.आलोक कुमार सेमवाल ने बताया कि राष्ट्रधर्म से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता, हमें प्रत्येक परिस्थिति में राष्ट्र के लिए समर्पित होकर कार्य करने चाहिए।
इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य डॉ. निरञ्जन मिश्र, डॉ. रवीन्द्र कुमार, डॉ. आशिमा श्रवण, श्री शिवदेव आर्य, डॉ. सुमन्त कुमार सिंह, डां. प्रमेश कुमार बिजल्वाण, डॉ. अंकुल कर्णवाल, योग प्रशिक्षक मनोज कुमार गिरि एवं अतुल मैखुरी सहित महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
