श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में हुआ संस्कृतसप्ताहकार्यक्रम का शुभारम्भ
हरिद्वार। आज दिनाङ्क 06/08/2025 को श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में संस्कृतसप्ताह कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। समारोह में उपस्थित अतिथियों एवं मञ्चासीन विद्वानों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीपप्रज्वलन कर कार्यक्रम का आरम्भ किया। महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रो. भोला झा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि “वेदों की रक्षा से ही हमारी रक्षा होगी।” अतः हमें संस्कृत भाषा का ज्ञान प्राप्त कर वेदों की रक्षा अवश्य करनी चाहिए। वहीं गुरुकुल महाविद्यालय, ज्वालापुर के पूर्व प्राचार्य एवं कुलपति प्रो. हरिगोपाल शास्त्री ने विविध संस्कृत श्लोक प्रस्तुत करके छात्रों को संस्कृत के महत्त्व से अवगत कराया। उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के साहित्य विभागाध्यक्ष डॉ. हरीशचन्द्र तिवारी ने भी अपना उद्बोधन दिया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. निरञ्जन मिश्र ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा संस्कृत सप्ताह की शुभकामनाएँ प्रदान की। कार्यक्रम सञ्चालन श्री आदित्य प्रकाश सुतार ने सुव्यवस्थित रुप से किया।
वहीं महाविद्यालय में गत दिवसों से दीक्षारम्भ कार्यक्रम भी सञ्चाल्यमान है; जिसमें संगणक शिक्षक श्री विवेक शुक्ला ने नव प्रविष्ट छात्रों को सम्बोधित करते हुए पाठ्यक्रम के साथ-साथ संगणकविद्या के विषय में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि संस्कृत के साथ-साथ कम्प्यूटर ज्ञान भी आवश्यक है। कार्यक्रम के अन्त में प्रभारी प्राचार्य व्रजेन्द्र कुमार सिंहदेव ने इन दोनों कार्यक्रमों में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ प्रदान की।
इस अवसर पर श्री चेतन ज्योति संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य डॉ. सर्वेश तिवारी, महाविद्यालय की हिन्दी प्राध्यापिका डॉ. मञ्जु पटेल, डॉ. रवीन्द्र कुमार, डॉ. आशिमा श्रवण, डॉ. आलोक सेमवाल, डॉ. अङ्कुर कुमार आर्य, श्री शिवदेव आर्य, डॉ. सुमन्त कुमार सिंह, डॉ. प्रमेश कुमार बिजल्वाण, डॉ. अंकुल कर्णवाल, श्री एम. नरेश भट्ट, योग प्रशिक्षक श्री मनोज कुमार गिरि एवं श्री अतुल मैखुरी सहित महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
