श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में मनाया गया सतर्कता जागरुकता सप्ताह – 2025 कार्यक्रम
हरिद्वार। श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, हरिद्वार में आज दिनाङ्क – 07/11/2025 को सतर्कता जागरुकता सप्ताह – 2025 मनाया गया है। कार्यक्रम का शुभारम्भ ईश-प्रार्थना एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव श्री गिरीश अवस्थी जी ऑनलाईन माध्यम से उपस्थित रहें तथा छात्रों को सतर्कता जागरुकता सप्ताह – 2025 की सार्थकता से अवगत कराते हुए भ्रष्टाचार उन्मूलनार्थ छात्रों को जागरुक किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि भ्रष्टाचार को समाप्त करना केवल सरकार का ही उद्देश्य नहीं है, अपितु यह हम सब का नैतिक कर्त्तव्य है। उन्होंने ‘सतर्कता : हमारी साझा जिम्मेदारी’ विषय को लेकर अत्यन्त सरल एवं सारगर्भित वक्तव्य से सभी को जागरुक किया। साथ ही सरकार द्वारा सञ्चाल्यमान विभिन्न उपक्रमों से छात्रों को अवगत कराया।
कार्यक्रम का सञ्चालन कर रहे महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. निरञ्जन मिश्र ने भारतीय संस्कृत परम्परा में भ्रष्टाचार उन्मूलन के सिद्धान्तों को सभी के समक्ष रखा। उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि भ्रष्टाचार निषेध में संस्कृत साहित्य का अद्वितीय योगदान रहा है। संस्कृत साहित्य भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक नैतिक और सांस्कृतिक आधार प्रदान करता है, एवं विवेक की जागृति के लिये प्रोत्साहित करता है। प्राचीन ग्रंथों में शास्त्र, न्याय और कर्तव्यपरायणता के आदर्शों का वर्णन है। भर्तृहरि नीतिशतकम् में भी कहा है कि विवेकभ्रष्टानां भवति विनिपातः शतमुखः।
कार्यक्रम के अन्त महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य महोदय ने सभी को सतर्क एवं जागरुक रहने तथा निरन्तर उन्नति की ओर अग्रसर रहने का सन्देश दिया।
इस अवसर पर डॉ. रवीन्द्र कुमार, डॉ. मञ्जु पटेल, डॉ. आशिमा श्रवण, डॉ. आलोक सेमवाल, डॉ. अङ्कुर कुमार आर्य, श्री शिवदेव आर्य, डॉ. सुमन्त कुमार सिंह, डॉ. प्रमेश कुमार बिजल्वाण, डॉ. अंकुल कर्णवाल, श्री एम. नरेश भट्ट, योग प्रशिक्षक श्री मनोज कुमार गिरि एवं श्री अतुल मैखुरी सहित महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
